Maa Movie review in hindi : काजोल की हॉरर फिल्म में मां की ताकत और डर का जबरदस्त मेल!
दोस्तों इन दिनों मां फिल्म को लेकर बहुत ही ज्यादा चर्चा चल रहा है लेकिन इतनी हिम्मत सिर्फ अजय देवगन ही कर सकते हैं कि एक ओरिजिनल फिल्म का रीमिक्स बना देना और उसे फिर अपना फिल्म बताकर पूरा यूनिवर्स खड़ा कर देना ये काम अजय देवगन ने सिंघम के साथ भी कर चुके हैं अब शैतान के साथ शैतानी करने मिस देवगन काजोल आई है मां फिल्म लेकर जो रिलीज हो चुकी है जिसके साथ शैतान यूनिवर्स की शुरुआत भी हो गई है बिना टाइम वेस्ट किए सीधे पॉइंट बताता हूं आपको यह फिल्म देखना चाहिए या फिर इसे दूर रहना चाहिए।

कहानी की शुरुआत: चंद्रपुर का रहस्य
ऐसी फिल्म के बारे में बताऊंगा जो माँ से 50 गुना ज्यादा दिमाग को चकरा देगा मां की कहानी एक्चुअल में काली मां की कहानी से जुड़ी है रक्तबीज के बारे में जानते हो आप एक ऐसा राक्षस जिससे देवता भी डर गए थे। स्वर्ग लोक छोड़कर भागना पड़ा था क्योंकि रक्तबीज देवताओं की जान के पीछे पड़ चुका था ट्विस्ट ये है की जितनी बूंद रक्तबीज के शरीर से खून जमीन पर गिरेंगे रक्तबीज उतना ही पैदा हो जाएगा। तब सभी देवता ने माँ पार्वती को अपने डर के बारे में बताया और इस डर को खत्म करने के लिए मां पार्वती ने काली माता का अवतार लिया एक हाथ से रक्तबीज को काटा तो दूसरी तरफ जीव निकाल कर खून को नीचे नहीं गिरने दिया यानी कि पूरा का पूरा काली माता ने खून को पी लिया इस तरह से रक्तबीज को चला गया लेकिन अपना डर पीछे छोड़ गया .
इस फिल्म में एक ऐसी जगह की बात हो रही है जहां रक्तबीज की एक बूंद आज भी मौजूद धरती पे है जिससे शैतान ने जन्म दोबारा ले लिया है। लेकिन वह गांव वालों तक आज तक नहीं पहुंच पाया है क्योंकि इसका सुरक्षा खुद काली माँ कर रही हैं। इस गांव में मौजूद एक श्रापित हवेली जिसके अंदर बना हुआ है मां काली का बड़ा सा मंदिर लेकिन मंदिर पर ताला पड़ा है पूरे 400 साल से। आखिर क्यों ? क्योंकि गांव वालों का मानना है की मां काली जब तक किसी को सपने में दर्शन नहीं देगी तब तक इस मंदिर का ताला तोड़ना शैतान को जगाने के बराबर होगा।
अब सोचो इन बातों से अनजान आप इस गांव के हवेली में अपने बच्चों को लेकर चले जाओ तभी अचानक आपको इस कहानी के बारे में पता चल जाए यही होता है इस फिल्म में एक मां के साथ जो अपनी बेटी को लेकर उसके गांव घूमने लाई थी लेकिन शायद अनजाने में इस रक्तबीज को जिंदा होने का दूसरा मौका दे दिया हो कहानी सुनाने में कितनी इंटरेस्टिंग लग रही होगी। लेकिन इससे पहले मैं आपको इस बात को क्लियर कर देता हूँ क्योंकि एक ऐसी फिल्म जिसकी कहानी डरावनी तो है लेकिन इस कहानी पर जो
काजोल का किरदार ‘अंबिका’: ममता और हिम्मत की मिसाल Maa Movie
फिल्म बनी है उसमें डर की बहुत ही ज्यादा कमी है अंतर समझ रहे हो ना दिक्कत यह है की फिल्म में बहुत बड़ी-बड़ी बातें तो हो रही है लेकिन हर कोई इस फिल्म पर आसानी से यकीन कर लेता है प्रॉब्लम सुनने में इतनी भयानक लगेगी लेकिन सॉल्व चुटकी में हो जाएगी इसके बीच में डर कहां गया पता नहीं , कुछ सींस है जिसमें इंसानों को मारा जा रहा है तलवार से काटा जा रहा है
कुछ ऐसी प्रथाओं की बात जिसे सुनकर माथा पकड़ लोगे और आप सोंचने पर मजबूर हो जाओगे कि इस तरह के डरावनी आखिर अलाउड कैसे हुआ शैतान जैसी फिल्म में बिना भगवान का इस्तेमाल के बिना भी लोगों को डरा दिया था। काला जादू के टॉपिक से , क्योंकि स्टोरी इतनी नॉर्मल की किसी भी रियल लाइफ में हो सकती थी लेकिन माँ में जो काली मां का कनेक्शन दिखाने का ट्राई किया है वह बहुत बड़ी जिम्मेदारी है जिससे एक्सपेक्टेशन बहुत ऊपर चली जाती है लेकिन फिर उल्टा नीचे गिर जाती है.
फिल्म के मजबूत और कमजोर पक्ष ( Maa Movie review in hindi )
बस फायदा मिला है फिल्म को बंगाली कल्चर का, ये डरावनी हवेली, काली मां की मूर्ति , हंटिंग सा लगने वाला डांस इन सब चीजों में 2 घंटे इंटरेस्ट तो बहुत आता रहेगा प्लस जो क्लाइमैक्स है फिल्म का काजोल के शरीर को ऐसा तोड़ा है जैसे इंसान के साथ करना अल्लोवेद ही नहीं नोनी चाहिए। कहानी को विलन ने होश उड़ा दिया बट फिर भी आप मिस करोगे और माधवन जैसे कैरेक्टर को जिसने शैतान को जिंदा कर दिया था इस फिल्म का विलन सरप्राइज तो है लेकिन उतना ताकतवर फूल नहीं होगा डरावने सीन्स डालने का बहुत ट्राई किया है .
लेकिन वह सीन्स आपको इतना डरा नहीं पाएगा क्योंकि फिल्म के कैरेक्टर्स ऐसे रिएक्ट करेंगे जैसे यह भूत प्रेत देखना इनके लिए रोज का काम है इस फिल्म को थ्रिलर बोल सकते हो बट हॉरर वाला एंगल बच्चों जैसा फील होगा। साउंड इफेक्ट बीच-बीच में झटका देंगे बट स्पेशल इफेक्ट बचकानी से लगेंगे लेकिन फिर भी काफी लोग डर सकते हैं और इस बात के चांसेस बढ़ जाएंगे अगर विद फैमिली इस फिल्म को एक साथ देखने जाएंगे। फिल्म खत्म होने के बाद घर मत चले जाना वहां सबसे बड़ा सरप्राइज छुपा है जो मन को शैतान यूनिवर्स से जोड़ता है।
क्यों देखें ‘Maa’? — एक मां की ममता और शक्ति की कहानी
5 में से तीन तारा मिलेंगे इस फिल्म को पहली कहानी जिसमें बेहतरीन थिएटर एक्सपीरियंस बन सकता था दूसरा सरप्राइज विलेन और उसके टक्कर का काजोल का परफॉर्मेंस एक्स्ट्रा स्टार इस कहानी को बंगाली कल्चर में सेट करने के लिए काली मां का इस्तेमाल इस फिल्म में काली माँ का इस्तेमाल उस लेवल का नहीं हुआ है जैसे डिवोशनल मूवीज में होना चाहिए बाकी आप सोच लो कि आपको इस फिल्म को देखने जाना है थिएटर में या नहीं है क्योंकि पैसा आपका है समय आपका है आपको डिसाइड करना है कि आपको इस फिल्म को देखना है या फिर नहीं।